Smartphone में ब्लास्ट क्यों होता हैं ?

नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा कि स्मार्टफोन में blast क्यों होते हैं | स्मार्टफोन तो ब्लास्ट नहीं होते मेरे कहने का मतलब है कि स्मार्टफोन में जो बैटरी है वह क्यों ब्लास्ट होती है |

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में यही बात करेंगे हम लोग technical terms में भी बात करेंगे कि इस स्मार्टफोन की बैटरी ब्लास्ट क्यों होती है और हां यह भी बताएंगे कि हमें कौन कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए जिससे कि हमारे साथ इस तरह का हादसा ना हो |

चलिए फिर शुरू करते हैं, सबसे पहले technical terms से देखें |

दोस्तों हमारे मोबाइल की बैटरी क्यों ब्लास्ट होती है यह सब जानने के लिए आपको सबसे पहले बैटरी के बारे में भी में जानना होगा हमारे मोबाइल में जो बैटरी होती है वह Lithium ion की बनी हुई होती है |

अब हम बात करते हैं कि बैटरी में lithium ion ही क्यों इस्तेमाल करते हैं | दोस्तों मोबाइल की बैटरी में हम लिथियम आयन का इस्तेमाल इसलिए करते हैं क्योंकि लिथियम आयन आराम से एनर्जी store कर सकता है और यह हल्का भी होता है और इसमें एनर्जी भी स्टोर कर सकते हैं। 


Best Smartphone under 8000


इसलिए हम लोग बैटरी में लिथियम आयन का यूज करते हैं | दोस्तों बैटरी में दो इलेक्ट्रोड होते हैं एक  होता है anode और दूसरा होता है cathode | दोस्तों कैथोड में lithium ion भरा होता है |

 दोस्तों जब हम लोग मोबाइल की बैटरी चार्ज करते हैं तो इसमें यह होता है कि जो lithium ion कैथोड में भरा हुआ है वह कैथोड की तरफ से anode की तरफ जाता है और दोस्तों जब बैटरी डिस्चार्ज होती है तो इसका रिवर्स प्रोसेस होता है |

 दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि जब यह प्रोसेस होता है लिथियम आयन कैथोड से एनोड की तरफ जाता है और एनोड से कैथोड की तरफ जाता है  अगर यह मिल जाए तो होता यह है कि बैटरी आग पकड़ लेती है और इन्हें सेपरेट करने के लिए एक परत का इस्तेमाल होता है जिसे हम लोग मेंब्रेन कह सकते हैं |

 कभी-कभी ऐसा भी होता है कि जब इस  मेंब्रेन को नुकसान पहुंच जाता है तो यह दोनों मिल जाते हैं जब यह मिल जाते हैं तो फिर बैटरी आग पकड़ लेती है और फिर ब्लास्ट हो जाती है |

 दोस्तों अब हमें यह जानना होगा कि हमारे स्मार्टफोन की जो बैटरी है उसे नुकसान किस प्रकार पहुंचता है |

दोस्तों अब हमें यह जानना होगा कि हमारे स्मार्टफोन की बैटरी में जो मेंब्रेन है उसे नुकसान किस प्रकार पहुंचता है उसे किस तरह बचाएं |

दोस्तों सबसे पहले तो इस बात का ध्यान रखें कि जब भी आप अपने स्मार्टफोन को चार्ज करें तो हमेशा ओरिजिनल डाटा केबल और ओरिजिनल चार्जर से ही चार्ज करें और जिस कंपनी का फोन है उसी कंपनी का चार्जर लगाएं दोस्तों कई बार मैंने देखा है कि लोग यह भी करते हैं कि उनका चार्जर खराब हो जाता है तो वह लोकल चार्जर ले आते हैं |

दोस्तों लोकल चार्जर सस्ता तो मिल जायेगा पर उसमे safety measures का बिलकुल भी ध्यान नहीं रखा जाता है।  इसलिए लोकल चार्जर से अपने मोबाइल को चार्ज ना करें | जिस कंपनी का मोबाइल उसी कंपनी का चार्जर लगाएं |

दोस्तों, दूसरी इस बात का ध्यान रखिए कि मोबाइल पर pressure ना डालें | होता यह है कि हम लोग टाइट जींस वगैरह पहने होते तो जेब में मोबाइल रख लेते हैं फिर उठते बैठते हैं तो फिर मोबाइल पर काफी ज्यादा प्रेशर पड़ता है | उस प्रेशर से बैटरी को नुकसान पहुंच सकता है |




 मेरा मतलब है कि बैटरी की जो मेंब्रेन है उसे नुकसान पहुंच सकता है |

तीसरी बात आपको यह ध्यान देनी है कि मोबाइल को गर्म ना होने दें मतलब मोबाइल को गर्म होने से बचाएं क्योंकि कई बार मैंने देखा है कि लोग क्या करते हैं कि कार में बैठे होते हैं और जब  वो कुछ देर के लिए इधर उधर जाते हैं तो मोबाइल  कार में छोड़ देते हैं |

मोबाइल को कार में ऐसी जगह छोड़ देते हैं जहाँ सीधी धूप आ रही होती है  इससे आपका स्मार्टफोन गरम हो जायेगा | अगर मोबाइल गरम होगा तो फिर मोबाइल की बैटरी में नुकसान पहुंचेगा और जब उसे नुकसान पहुंचेगा तो फिर बैटरी की मेंब्रेन को भी नुकसान पहुंचेगा जब मेंब्रेन को नुकसान पहुंचेगा तो mobile आग पकड़ लेगा  |

दोस्तों इस बात का भी ध्यान रखें कि मोबाइल में बैक कवर ना लगाएं क्योंकि बैक कवर लगाने से क्या होता है मोबाइल से heat निकल नहीं पाती है | मैंने कई बार देखा है कि लोग कभी-कभी ऐसा mobile cover लगा लेते हैं जिससे मोबाइल पूरा ढक जाता है जो फोल्डिंग वाले कवर आते हैं ना जो पीछे लगे होते और आगे से फोल्ड हो जाते हैं  उससे मोबाइल पूरी तरह ढक जाता है और फिर मोबाइल की heat निकल नहीं पाती है जिससे बैटरी को नुकसान पहुंच सकता है और अगर बैटरी को नुकसान पहुंचेगा तो फिर उसके अंदर  मेंब्रेन को भी नुकसान पहुंचेगा |

दोस्तों मैंने कई बार देखा है कि लोग क्या करते हैं कि मोबाइल को चार्जिंग पर लगा के तकिया के नीचे मोबाइल को रख देते हैं | तकिया के नीचे अगर मोबाइल को रखेंगे तो फिर वह दबा  रहता है फिर उसमें से हीट निकल नहीं पाती है और फोन गर्म होने लगता है  |

मान कीजिये आपने फ़ोन को चार्जिंग पर लगा कर तकिया के नीचे रख लिया और दबे होने के कारन वह गरम होने लगा और अगर उसमे कोई दिक्कत होती है तो फिर आप खुद समझ लीजिये कि क्या क्या प्रॉब्लम हो सकती है इसलिए मोबाइल को तकिया के नीचे कभी न रखें। 

दोस्तों कई बार लोग ऐसा करते हैं कि मोबाइल को चार्जिंग पर लगा देते हैं और भूल जाते हैं |

मोबाइल को टाइम से चार्जिंग पर लगाइये और टाइम से निकाल ले क्योंकि कई बार मैंने ऐसा देखा है कि कई लोग तो मोबाइल को रात में चार्जिंग पर लगा देते हैं और पूरी रात लगा रहने देते हैं यह भी गलत बात है दोस्तों इस से भी मोबाइल की बैटरी को नुकसान पहुंच सकता है|

 हां दोस्तों मोबाइल को कभी भी चार्जिंग पर लगा कर इस्तेमाल ना करें क्योंकि उससे होता यह है कि  एक तरफ बैटरी चार्ज हो रही होती है और दूसरी तरफ डिस्चार्ज हो रही होती है तो इसलिए मोबाइल को चार्जिंग पर लगा कर इस्तेमाल ना करें |क्योंकि इससे मोबाइल और ज्यादा गर्म होने लगता है |

दोस्तों कई बार मैंने देखा है कि लोग मोबाइल को चार्जिंग पर लगा देते हैं उसके बाद गेम खेलने लगते हैं यह बहुत गलत बात है | 

क्युकी इस समय लिथियम आयन के दोनों प्रोसेस चलने लगते हैं और अगर मेम्ब्रेन को नुक्सान पहुंच जाए इससे तो मोबाइल में आग लग सकती है। इसलिए चार्जिंग के समय मोबाइल में गेम न खेलें। 

दोस्तों यही टिप्स थी जिन्हे फॉलो करके आप अपने मोबाइल को ब्लास्ट होने से बचा सकते हैं। 


ये भी पढ़ें - 


स्मार्टफोन से जुडी समस्याएं और समाधान